ग़ज़ल _ मुझे भी दे दो , गुलाब जामुन ,
बह्र _12122 12122
ग़ज़ल
1,,
मुझे भी दे दो , गुलाब जामुन ,
बहुत है मीठो , गुलाब जामुन।
2,,
कभी न देखो , ये रंग इसका ,
लबों पे रक्खो , गुलाब जामुन।
3,,
ये महफिलों में ज़रूर होता ,
लज़ीज़ देखो , गुलाब जामुन।
4,,
है एक काला , तो एक गोरा ,
कि इक उठाओ गुलाब जामुन।
5,,
सजी है महफ़िल, भरे हैं मेहमां ,
तो “नील” लाओ गुलाब जामुन।
✍️नील रूहानी,,, 02/08/2024,,
( नीलोफर खान )