Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
25 Jan 2017 · 1 min read

ग़ज़ल

हवाएं भी कहीं नदी का रुख बताती तो हैं।
खामोशी से ही मगर पैगाम दे जाती तो हैं।

तुम क्या समझोगे लहरों की इस बेचैनी को;
रह रह कर साहिल से यूंही टकराती तो हैं।

मन में उठ रहे तूफानों को अब मचलने दो;
हाले दिल ज़ुबां पे यही हलचले लाती तो हैं।

मिलना बिछड़ना तो नहीं बस में अपने मगर;
हल्की सी कौशिशें भी रंग लाती तो हैं।

खोल दो कपाट मन के जीभर के मुस्काओ तुम;
मुस्कुराहटें ज़िन्दगी को हसीन बनाती तो हैं।

कामनी गुप्ता***
जम्मू!

2 Likes · 243 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
अपने अपने कटघरे हैं
अपने अपने कटघरे हैं
Shivkumar Bilagrami
आप देखिएगा...
आप देखिएगा...
*Author प्रणय प्रभात*
वो तुम्हारी पसंद को अपना मानता है और
वो तुम्हारी पसंद को अपना मानता है और
Rekha khichi
जन्मपत्री / मुसाफ़िर बैठा
जन्मपत्री / मुसाफ़िर बैठा
Dr MusafiR BaithA
Life
Life
C.K. Soni
"प्रेम"
Dr. Kishan tandon kranti
वाह वाही कभी पाता नहीं हूँ,
वाह वाही कभी पाता नहीं हूँ,
Satish Srijan
ख़्बाब आंखों में बंद कर लेते - संदीप ठाकुर
ख़्बाब आंखों में बंद कर लेते - संदीप ठाकुर
Sandeep Thakur
ना चाहते हुए भी रोज,वहाँ जाना पड़ता है,
ना चाहते हुए भी रोज,वहाँ जाना पड़ता है,
Suraj kushwaha
आप क्या ज़िंदगी को
आप क्या ज़िंदगी को
Dr fauzia Naseem shad
(13) हाँ, नींद हमें भी आती है !
(13) हाँ, नींद हमें भी आती है !
Kishore Nigam
नेहा सिंह राठौर
नेहा सिंह राठौर
Shekhar Chandra Mitra
नहीं हूँ अब मैं
नहीं हूँ अब मैं
gurudeenverma198
*बेचारे वरिष्ठ नागरिक (हास्य व्यंग्य)*
*बेचारे वरिष्ठ नागरिक (हास्य व्यंग्य)*
Ravi Prakash
तुम्हारे आगे, गुलाब कम है
तुम्हारे आगे, गुलाब कम है
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
मुक्तक - जिन्दगी
मुक्तक - जिन्दगी
sushil sarna
"नए सवेरे की खुशी" (The Joy of a New Morning)
Sidhartha Mishra
"The Divine Encounter"
Manisha Manjari
ऐ ख़ुदा इस साल कुछ नया कर दें
ऐ ख़ुदा इस साल कुछ नया कर दें
Keshav kishor Kumar
राम आए हैं भाई रे
राम आए हैं भाई रे
Harinarayan Tanha
So, blessed by you , mom
So, blessed by you , mom
Rajan Sharma
"ॐ नमः शिवाय"
Radhakishan R. Mundhra
वादा करती हूं मै भी साथ रहने का
वादा करती हूं मै भी साथ रहने का
Ram Krishan Rastogi
सभी गम दर्द में मां सबको आंचल में छुपाती है।
सभी गम दर्द में मां सबको आंचल में छुपाती है।
सत्य कुमार प्रेमी
उसे अंधेरे का खौफ है इतना कि चाँद को भी सूरज कह दिया।
उसे अंधेरे का खौफ है इतना कि चाँद को भी सूरज कह दिया।
सोलंकी प्रशांत (An Explorer Of Life)
पंचचामर मुक्तक
पंचचामर मुक्तक
Neelam Sharma
बदली-बदली सी तश्वीरें...
बदली-बदली सी तश्वीरें...
Dr Rajendra Singh kavi
*सावन में अब की बार
*सावन में अब की बार
Poonam Matia
जग जननी
जग जननी
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
पापा मैं आप सी नही हो पाऊंगी
पापा मैं आप सी नही हो पाऊंगी
Anjana banda
Loading...