ख्याल……..
……… ख्याल……..
दिल में खयालों का तूफान है,
लेकिन यही तो मेरा मकान है।
चीज़े कुछ संभालती है,
तो कुछ हाथ से फिसल जाती है
जिंदगी का यह मोड़ कभी दोस्त बनजता है,
तो कभी बहुत सताता है।।
कुछ बाते नही समझ में आती,
यहा जिम्मेदारी भी मुझे ठीक से गले नहीं लगाती।
यू तो मुस्कुरा लेती हु,
मगर तन्हाई कहा हसाती है।
जिंदगी की राहें बहुत परेशान करती है,
यू जिम्मेदार होना सिखाती है।
मगर तूफान को दिल में बैठाती है,
और बहुत सताती है।।।
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नौशाबा जिलानी सुरिया