-खुशी
कभी चंद पलो का मिलन भी
दे जाता खुशी का एहसास,
खुशी होती हमारे आस-पास
हम उसे ढूंढते रहते दूरदराज,
खुशी एक अहसास है बसउसको
पकड़ने की ही हमारी बात है,
जिस खुशी से हो मुलाकात
जिसकी दूर -दूर तलाश है
वो बिखरी हमारे ही पास है,
हमारी नासमझी ने उसे जटिल
कठिन बना दिया
बेफालतू की चाहत ने
हमसे दूर खिसका दिया,
पल-पल की खुशी को मुठ्ठी में भर लो
बड़ा खुशियों का समंदर गढ़ लो,
होंठों पर थिरकेंगी मुस्कान,
आंनद की लहर करेंगी गान।
– सीमा गुप्ता