खुलकर जियो
हर तरफ ये बेचैनी के उठ रहे गुबार क्यो
पल भी अगर खुशी से जी लिए तो मै समझता हूँ कि वो।
सौ साल जीने से भी बेहतर है ।
सौ दिन गीदङ की भांति जीने से अच्छा है कि एक दिन शेर की भांति जियो ।
??Rj Anand Prajapati ??
हर तरफ ये बेचैनी के उठ रहे गुबार क्यो
पल भी अगर खुशी से जी लिए तो मै समझता हूँ कि वो।
सौ साल जीने से भी बेहतर है ।
सौ दिन गीदङ की भांति जीने से अच्छा है कि एक दिन शेर की भांति जियो ।
??Rj Anand Prajapati ??