गीत गाने आयेंगे
खिल उठेगी जब तरुणाई तब गीत गाने आयेंगे
शब्द मेरे गीत बनकर तुम्हारा प्यार पाने आयेंगे
जब भी तुम होगी उदास मन में होगा अवसाद
निश्छल प्रेम की ले फुहार तुम्हे गुदगुदाने आयेंगे
इंजी. संजय श्रीवास्तव
बालाघाट मध्यप्रदेश