खास हो तुम
भरी खिज़ा में बहारों सी एहसास हो तुम।
कहीं भी मैं रहूँ लेकिन हमेशा पास हो तुम।
तेरे बगैर अब तो लगता है जीना मुश्किल।
जिंदगी में मेरे बन गयी इतनी खास हो तुम।
सतीश सृजन लखनऊ,
भरी खिज़ा में बहारों सी एहसास हो तुम।
कहीं भी मैं रहूँ लेकिन हमेशा पास हो तुम।
तेरे बगैर अब तो लगता है जीना मुश्किल।
जिंदगी में मेरे बन गयी इतनी खास हो तुम।
सतीश सृजन लखनऊ,