खाईला कसम हम
खाईला कसम हम, तोहरा बिना जी
जी नाही पाईब हम, रउरा बिना जी
चंदा तोहार रोवत, खिड़की के छोर पे
चंदा बिरावत हमरा अंबर के छोर पे
आसूं लिखत बाटे कहानी ई प्रेम के
तराजू के बाट से ना तौली सप्रेम के
कईसे जियब रउवा हमरा बिना जी
खाईला कसम हम, तोहरा बिना जी
जी नाही पाईब हम, रउरा बिना जी
घोल देला रिश्तेदारी प्यार में जहर हो
गिरावत समाज हमरा प्यार पे कहर हो
कटी कईसे प्रभु जी प्यार के सफर हो
दिलवा पे बिजुरी गिरत आठों पहर हो
सरधा पुराई कईसे, रउरा बिना जी
खाईला कसम हम, तोहरा बिना जी
जी नाही पाईब हम, रउरा बिना जी