ख़लिल ज़िब्रान
वह शख़्स
न जाने
किस मिट्टी का
बना होता है
जिसे कोई
इस क़दर
टूट कर
प्यार
करता है!
(A Tribute To Khalil Ghibran)
वह शख़्स
न जाने
किस मिट्टी का
बना होता है
जिसे कोई
इस क़दर
टूट कर
प्यार
करता है!
(A Tribute To Khalil Ghibran)