क्षणिका. . .
क्षणिका. . .
नंगा बदन
पेट से जुड़े घुटने
घोंट दिया गला
अश्कों का
बन्द पलकों में
मुफलिसी ने
पर
छलक पड़ी
नयन से
चुपचाप
आग पेट की
सुशील सरना/
क्षणिका. . .
नंगा बदन
पेट से जुड़े घुटने
घोंट दिया गला
अश्कों का
बन्द पलकों में
मुफलिसी ने
पर
छलक पड़ी
नयन से
चुपचाप
आग पेट की
सुशील सरना/