Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
24 Aug 2024 · 1 min read

क्रूर

क्रूर(शुभांगी छंद)

क्रूर मनुज ही,घोर दनुज है,दूषित भुज है, मटमैला।
नीच-पतित है,घृणित क्षितिज है,अधो गतिज है,विष थैला।

उसको कुचलो,चीरो मसलो,खूनी जन को,ललकारो।
नहिं सामाजिक,गंदी साजिश,करनेवाले,को मारो।

तोड़ो जबड़ा,अधमाधम का,नरभक्षण जो,करता है।
रहने मत दो,उसको जग में, जो तन भोजन,चरता है।

जीने का हक,उसे नहीं है,नारी जिसकी,भोग्या है।
बलात्कार जो,करता खुश हो,वह फाँसी के,योग्या है।

साहित्यकार डॉ0 रामबली मिश्र वाराणसी।

1 Like · 43 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.

You may also like these posts

तू ही याद आया है।
तू ही याद आया है।
Taj Mohammad
*रामपुर के राजा रामसिंह (नाटक)*
*रामपुर के राजा रामसिंह (नाटक)*
Ravi Prakash
खुद से
खुद से
पूर्वार्थ
3799.💐 *पूर्णिका* 💐
3799.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
मैं उस बस्ती में ठहरी हूँ जहाँ पर..
मैं उस बस्ती में ठहरी हूँ जहाँ पर..
Shweta Soni
*
*"ब्रम्हचारिणी माँ"*
Shashi kala vyas
आखिर किसमें
आखिर किसमें "दोष" था
Anand Kumar
"बताया नहीं"
Dr. Kishan tandon kranti
एक मीठा सा
एक मीठा सा
हिमांशु Kulshrestha
आंखों की नदी
आंखों की नदी
Madhu Shah
मायका वर्सेज ससुराल
मायका वर्सेज ससुराल
Dr. Pradeep Kumar Sharma
मैं भारत हूँ
मैं भारत हूँ
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
" ऐसा रंग भरो पिचकारी में "
Chunnu Lal Gupta
उनकी तस्वीर
उनकी तस्वीर
Madhuyanka Raj
🙅आज तक🙅
🙅आज तक🙅
*प्रणय*
कहावत है कि आप घोड़े को घसीट कर पानी तक ले जा सकते हैं, पर म
कहावत है कि आप घोड़े को घसीट कर पानी तक ले जा सकते हैं, पर म
इशरत हिदायत ख़ान
जीवन से ओझल हुए,
जीवन से ओझल हुए,
sushil sarna
रमेशराज के 2 मुक्तक
रमेशराज के 2 मुक्तक
कवि रमेशराज
मोटा बिल्ला
मोटा बिल्ला
विजय कुमार नामदेव
दुनिया के मशहूर उद्यमी
दुनिया के मशहूर उद्यमी
Chitra Bisht
अधूरी ख्वाहिशें
अधूरी ख्वाहिशें
Dr. Ramesh Kumar Nirmesh
कली
कली
PRATIBHA ARYA (प्रतिभा आर्य )
ये कैसे रिश्ते है
ये कैसे रिश्ते है
shabina. Naaz
चलो मनाएं नया साल... मगर किसलिए?
चलो मनाएं नया साल... मगर किसलिए?
Rachana
ना मंजिल की कमी होती है और ना जिन्दगी छोटी होती है
ना मंजिल की कमी होती है और ना जिन्दगी छोटी होती है
शेखर सिंह
कितना अच्छा होता...
कितना अच्छा होता...
TAMANNA BILASPURI
रात  जागती  है रात  भर।
रात जागती है रात भर।
रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.)
विषय तरंग
विषय तरंग
DR ARUN KUMAR SHASTRI
शहीदों को नमन
शहीदों को नमन
Dinesh Kumar Gangwar
बेईमान बाला
बेईमान बाला
singh kunwar sarvendra vikram
Loading...