क्या लगती हो
कैसे मै बताउ की तुम क्या लगती हो ।
रब की कसम तुम हॉट लगती हो ।।
रब की कसम तु हॉट लगती हो ।
पांवो मे पायल आंखो मे काजल ।।
होंठो की लाली लगती कमाल की ।
सावन कि जैसे फुहार लगती हो ।।
रब की कसम तुम हॉट लगती हो ।
रब की कसम तुम हॉट लगती हो ।।
दिल मेरा मचलता है, तुमको देखकर ।
मिले जैसे सुकून सर्दी मे मुझको धूप सेककर ।।
अप्सराओ से भी तुम कमाल लगती हो ।
रब की कसम तुम हॉट लगती हो ।।
रब की कसम तुम हॉट लगती हो ।।
चलती हो ऐसे जैसे गजगामिनी ।
मुझपे न गिर जाए कही दामिनी ।।
सोलहो श्रृंगारो से भी टॉप लगती हो ।
रब की कसम तुम हॉट लगती हो ।।
रब की कसम तुम हॉट लगती हो ।।
कह दो न तुमकी हमसे है प्यार ।
सुनने को यही मै हूं बेताब ।।
नभ मे चमकती आफताब लगती हो ।
पानी मे मिली तुम शराब लगती हो ।।
रब की कसम तुम हॉट लगती हो ।
रब की कसम तुम हॉट लगती हो ।।
जब हो शर्माती क्या खूब नजर आती ।
हंसके धीरे से नजरे मिलाती ।।
जन्नत की कोई तुम हूर लगती हो ।
रब की कसम तुम हॉट लगती हो ।।
रब की कसम तुम हॉट लगती हो ।
जब भी पढू मै तुझको रटू मै ।
देखु कि ऐसे सपनो के जैसे ।।
सवालो का सारा तुम जवाब लगती हो ।
रब की कसम तुम हॉट लगती हो ।।
रब की कसम तुम हॉट लगती हो ।
☪☪ गीतकार – RJ Anand Prajapati