Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
6 Feb 2023 · 1 min read

क्या मैं थी

क्या मैं थी,और क्या हो गई हूं।
लगता है मुझे, कहीं खो गई हूं।

बहुत बदल गया , मुझको ये सफर।
अजनबी सा लगे,अपना ही घर।

ज़िंदगी दिखा गई,मुझे ऐसे रंग ढंग।
आज़िज होकर इससे, मैं हुई हूं तंग।

खुदा बदले बहुत ,दुआ हुई न कबूल।
तुमसे इश्क करना,मेरी फक्त थी भूल।

लौट आओ,राह तकते हैं नैना।
आंख बरसे और कटे न रैना।

सुरिंदर कौर

Language: Hindi
1 Like · 228 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Surinder blackpen
View all
You may also like:
प्यासा पानी जानता,.
प्यासा पानी जानता,.
Vijay kumar Pandey
*चार साल की उम्र हमारी ( बाल-कविता/बाल गीतिका )*
*चार साल की उम्र हमारी ( बाल-कविता/बाल गीतिका )*
Ravi Prakash
शुरुआत
शुरुआत
Er. Sanjay Shrivastava
मैं ज़िंदगी के सफर मे बंजारा हो गया हूँ
मैं ज़िंदगी के सफर मे बंजारा हो गया हूँ
Bhupendra Rawat
"गणतंत्र दिवस"
पंकज कुमार कर्ण
वृंदावन की कुंज गलियां 💐
वृंदावन की कुंज गलियां 💐
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
बरवै छंद
बरवै छंद
डाॅ. बिपिन पाण्डेय
इतनी निराशा किस लिए
इतनी निराशा किस लिए
सुरेन्द्र शर्मा 'शिव'
मन में सदैव अपने
मन में सदैव अपने
Dr fauzia Naseem shad
Thought
Thought
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
*प्रश्नोत्तर अज्ञानी की कलम*
*प्रश्नोत्तर अज्ञानी की कलम*
जूनियर झनक कैलाश अज्ञानी
ये चिल्ले जाड़े के दिन / MUSAFIR BAITHA
ये चिल्ले जाड़े के दिन / MUSAFIR BAITHA
Dr MusafiR BaithA
हाय गरीबी जुल्म न कर
हाय गरीबी जुल्म न कर
कृष्णकांत गुर्जर
दोहे
दोहे
अशोक कुमार ढोरिया
" मैं सिंह की दहाड़ हूँ। "
Saransh Singh 'Priyam'
महान जन नायक, क्रांति सूर्य,
महान जन नायक, क्रांति सूर्य, "शहीद बिरसा मुंडा" जी को उनकी श
नेताम आर सी
Khud ke khalish ko bharne ka
Khud ke khalish ko bharne ka
Sakshi Tripathi
जाति बनाम जातिवाद।
जाति बनाम जातिवाद।
Acharya Rama Nand Mandal
हे! राम
हे! राम
Dr. Rajendra Singh 'Rahi'
■ लघुकथा
■ लघुकथा
*Author प्रणय प्रभात*
बाती
बाती
Dr. Girish Chandra Agarwal
साड़ी हर नारी की शोभा
साड़ी हर नारी की शोभा
ओनिका सेतिया 'अनु '
दोस्ती
दोस्ती
Mukesh Kumar Sonkar
प्रेरणा
प्रेरणा
Dr. Pradeep Kumar Sharma
हक हैं हमें भी कहने दो
हक हैं हमें भी कहने दो
SHAMA PARVEEN
💐अज्ञात के प्रति-89💐
💐अज्ञात के प्रति-89💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
जंग के भरे मैदानों में शमशीर बदलती देखी हैं
जंग के भरे मैदानों में शमशीर बदलती देखी हैं
Ajad Mandori
हिन्दी दोहा- बिषय- कौड़ी
हिन्दी दोहा- बिषय- कौड़ी
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
एक युवक की हत्या से फ़्रांस क्रांति में उलझ गया ,
एक युवक की हत्या से फ़्रांस क्रांति में उलझ गया ,
DrLakshman Jha Parimal
ज़ेहन पे जब लगाम होता है
ज़ेहन पे जब लगाम होता है
Johnny Ahmed 'क़ैस'
Loading...