क्या देखा है मैंने तुझमें?….
क्या देखा है तूने मुझमें
(जवाब)
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लिबाजे हुस्न में एक परी देखी है,
हमनें तस्वीर तेरी देखी है ।
हैं आंखें ये समुंद्र से भी गहरी,
हमनें इनमें भी आशाएं ठहरी देखी है।
देखा तेरा सहज सरल श्रृंगार,
नयन में काजल की बदरी देखी है।
होठों पर देखी है किसी गुलाब की रंगत,
हमने लबों पर शहद की गठरी देखी है।
देखी तेरी अदाएं बड़ी शर्मीली
प्यारी सी नादानी हर घड़ी देखी है।
हमने देखा तेरी लेखनी लिखावट
कविताएं तेरी रस भरी देखी है।
है नूतन मगर है तारीफ़ के काबिल
हमनें प्रतिभा तेरी इतनी बड़ी देखी है।
– अमित पाठक शाकद्वीपी