क्या करे हम
हम तुमसे कहे क्या ।
तेरे बिन रहे क्या ।
कुछ तो अगन है ।
मेरे जहन मे ।
बैठे है खाली गुमशुम से क्यूं ।
कहो तो चंद बाते करे क्या ।
आंख मे नमी, तपती जमी है ।
सरफरोश की आदत लगी है ।
तुम्ही कहो अब क्या करे हम ।
खुशियो को रखकर दे दे अपने तू गम ।
चाहे थे तुझको, चाह ही रहे है ।
मर कर भी तुझको न भूल पाऊंगा ।
आज जान अब तो मेरे दिल के करीब ।
तुझसे न जुदा हो हम किसी भी घङी ।
हाथो पर हाथ रख ये वादा करे हम ।
अब कोई नही है तकरार का जख्म ।
इजाजत हो तो तेरे बांहो मे मरे क्या ।
Rj Anand Prajapati