क्या आंखें खुली
सब कुछ तबाह होने पर
आंखें खुली तो
क्या खुली
तब भी
तबाही का मंजर देखने पर भी
जिसने किया था तबाह
उसी को नजरें तलाशती रही तो
फिर क्या आंखें खुली।
मीनल
सुपुत्री श्री प्रमोद कुमार
इंडियन डाईकास्टिंग इंडस्ट्रीज
सासनी गेट, आगरा रोड
अलीगढ़ (उ.प्र.) – 202001