कोरोना वाली दिवाली
आज घर के चौखट ,छत पर ।
ये कैसी फैली किरण है ।
दीप, मोमबत्ती का कैसा ये प्रकाश प्रखर है ।
कोई टार्च जलाए &,फ्लैश लाइट जलाए मोबाइल लिए हाथो में ।
अपना देश है जगमग आज ।
इस कोरोना वाली दिवाली में ।
रात्रि 09:09 मिनट तक मूल्क की सारी लाइट है बुझानी ।
कोरोना के अंधकार से लड़ने की सबने है ठानी ।
यशस्वी भारतीय प्रधानमंत्री की मोदी की है सबने बात मानी ।
सब लोग अपना सहयोग देना ।
देखो करना न मनमानी ।
इटली की आंधी जनसंख्या ।
कोरोना के आगोश मे है लेटी ।
क्योकि उन्होंने अपने प्रधानमंत्री की बात को न मानी ।
परिणाम भुगत रहे सारे ।
पङी मौत की मुंह की खानी ।
भारत के सपूतो ने आज अपनी ।
खुद की नैया संभाली ।
देखो कही तुम भूल न जाना ।
जरूर मनाना कोरोना वाली दिवाली ।
लाइट सारी बुझकर जैसे अमावस की रात बनी ।
जैसे चरम मे होती दीवाली ।
होती उस दिन पर दीप खुशहाली ।
पर आज पूरे विश्व पर कोरोना(संकट ) का है बादल छाया ।
भारतीयो ने मिलकर सभी ने चौखट पर है दीप जलाया ।
कुछ तो देश सीखेगा हमसे ।
भारत के ज्योतिपुंज उजियालो से ।
देखो कोई भूल न जाना ।
दिमाग से कही हो न खाली ।
देखो -देखो आज जरूर मनाना ।
कोरोना वाली दिवाली ।
आज पटाखे नही छूटेंगे ।
किसी दुखियारी के जले पर नमक नही छिङकेंगे ।
सब मिलकर करे इबादत ।
अपनी सुरक्षा स्वयं करे लोग ।
इसी से भागेगी इसकी शामत ।
“तमसो मां जयोतिर्गमय ”
के मंत्र को सबने उच्चारा ।
देख कितना मनभावन लगता ।
सबकी ये प्रज्वलित दीपशिखा ।
अंधकार को मात मिलेगा ।
कोरोना से निजात मिलेगा ।
सभी ने बाती को ली है दीप मे डाली ।
देखो कोई भूल न जाना मनाना जरूर।
कोरोना वाली दिवाली ।
5 अप्रैल 2020 दिन रविवार ।
सबके हाथो मे है पतवार ।
मोदी जी के बातो को ।
लोगो ने है हां मे हां मिला ली ।
रावण वध कर वनवास पूर्ण कर ।
राम जी जब आए अयोध्या ।
उनके स्वागत मे लोगो ने थी दीप जलाई ।
पर मकसद क्या है ?
मनाने की कोरोना वाली दिवाली ।
इसका रहस्य है क्या प्यारो ?
आपको मैं समझाऊं ।
दीप जलाने का मतलब है ।
अंधकार को दूर भगाना ।
पूरे विश्व को अपनी एकजुटता को दिखाना ।
यानि कि इस कोरोना को ।
भगाने का सकारात्मक विचार लाना ।
सबने है बस यही ठाना ।
कि हमको आज रात हैं दीप जलाना ।
वैसे भी सिडनी (आस्ट्रेलिया )।
ने एक थीम है निकाली ।
वर्ष के मार्च अंतिम शनिवार को ।
शुरूआत हुई इसकी सन् 2007 को ।
8:30-9:30 बजे रात्रि तक ।
पूरे विश्व की इलेक्ट्रिक लाइट्स को बुझानी ।
अर्थ आवर है इसका नाम ।
थीम है इसका ऊर्जा को बचानी ।
जब सब लोग इकट्ठे हो लाइट बंद करेंगे ।
अरबो -खरबो रूपये बचेंगे ।
जो प्रधानमंत्री राहत कोष (फेयर्स फण्ड ) मे ।
सुरक्षित जमा होंगे ।
कोरोना वायरस से पीड़ित लोगो को।
इससे जरूर मिलेगी मदद की हमदिली ।
याद रखेगा सारा जहान ।
स्वर्णिम इतिहास के पन्नो पर लिखेंगे ।
भारत का कोरोना के खिलाफ ।
इस प्रकाश पर्व की उजियाली ।
देखो कही तुम भूल न जाना ।
जरूर मनाना, निभाना ।
ये कोरोना वाली दिवाली ।
??Rj Anand Prajapati ??