Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
25 Dec 2024 · 1 min read

कोरोना भजन

ओ चीनी जिंग पिंग भाई, तूने कैसी करी अंघाई।
दिया सोता नाग जगाई, जुल्म तूने किया भारी रे ओ पापी।
ओ पापी जिंग पिंग भाई, तुझे लाज शर्म नही आई।
दिया सोता नाग —–
तूने अपनो को डसवाया, फिर चीन के बाहर पठाया।
सबसे यह राज छुपाया, जुल्म तूने किया भारी रे ओ पापी।
ओ पापी जिंग पिंग भाई, तूझे लाज शर्म नहीं आई।
जुल्म तूने किया —–
ये लाखों लोग लुगाई, बच्चे बूढ़े तरूणाई।
गये काल के गाल समाई, जुल्म तूने किया भारी रे ओ पापी।
ओ पापी जिंग पिंग भाई, तुझे लाज शर्म नही आई।
क्यों लाक डाऊन करवाया, यो हा हाकार मचाया।
जग सारा घबराया, जुल्म तूने किया भारी रे ओ पापी।
ओ पापी जिंग पिंग भाई, तुझे लाज शर्म नही आई। दिया सोता नाग———
यो बनी नयी महामारी, “सिहं” पोल खोल गया सारी।
खडा़ ट्रम्प सामने भारी, जुल्म तूने किया भारी रे ओ पापी।
ओ पापी जिंग पिंग भाई, तुझे लाज शर्म नही आई।
दिया सोता नाग —–

9 Views

You may also like these posts

*उधो मन न भये दस बीस*
*उधो मन न भये दस बीस*
DR ARUN KUMAR SHASTRI
#समय समय से चलता
#समय समय से चलता
वेदप्रकाश लाम्बा लाम्बा जी
*अनार*
*अनार*
Ravi Prakash
sp,62लखनऊ हजरतगंज
sp,62लखनऊ हजरतगंज
Manoj Shrivastava
అమ్మా తల్లి బతుకమ్మ
అమ్మా తల్లి బతుకమ్మ
डॉ गुंडाल विजय कुमार 'विजय'
हे भगवान तुम इन औरतों को  ना जाने किस मिट्टी का बनाया है,
हे भगवान तुम इन औरतों को ना जाने किस मिट्टी का बनाया है,
Dr. Man Mohan Krishna
मन मोहन हे मुरली मनोहर !
मन मोहन हे मुरली मनोहर !
Saraswati Bajpai
আগামীকালের স্ত্রী
আগামীকালের স্ত্রী
Otteri Selvakumar
नयी - नयी लत लगी है तेरी
नयी - नयी लत लगी है तेरी
सिद्धार्थ गोरखपुरी
Humsafar
Humsafar
Gunjan Sharma
नाउम्मीदी कभी कभी
नाउम्मीदी कभी कभी
Chitra Bisht
4659.*पूर्णिका*
4659.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
हंसना आसान मुस्कुराना कठिन लगता है
हंसना आसान मुस्कुराना कठिन लगता है
Manoj Mahato
सताया ना कर ये जिंदगी
सताया ना कर ये जिंदगी
Rituraj shivem verma
गणगौर का त्योहार
गणगौर का त्योहार
Savitri Dhayal
*हमारा संविधान*
*हमारा संविधान*
Dushyant Kumar
कभी-कभी डर लगता है इस दुनिया से यहां कहने को तो सब अपने हैं
कभी-कभी डर लगता है इस दुनिया से यहां कहने को तो सब अपने हैं
Annu Gurjar
पुरखा के बदौलत
पुरखा के बदौलत
डॉ विजय कुमार कन्नौजे
महालय।
महालय।
रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.)
दीप जलते रहें - दीपक नीलपदम्
दीप जलते रहें - दीपक नीलपदम्
दीपक नील पदम् { Deepak Kumar Srivastava "Neel Padam" }
आपसे होगा नहीं , मुझसे छोड़ा नहीं जाएगा
आपसे होगा नहीं , मुझसे छोड़ा नहीं जाएगा
Keshav kishor Kumar
प्यार जताना नहीं आता ...
प्यार जताना नहीं आता ...
MEENU SHARMA
सागर तो बस प्यास में, पी गया सब तूफान।
सागर तो बस प्यास में, पी गया सब तूफान।
Suryakant Dwivedi
बिंदियों की जगह
बिंदियों की जगह
Vivek Pandey
एक इश्क में डूबी हुई लड़की कभी भी अपने आशिक दीवाने लड़के को
एक इश्क में डूबी हुई लड़की कभी भी अपने आशिक दीवाने लड़के को
Rj Anand Prajapati
15. The Naughty Rat
15. The Naughty Rat
Ahtesham Ahmad
प्री-डेथ
प्री-डेथ
*प्रणय*
शिवाजी का प्रश्न(क्या सुसुप्त तुम्हारा ज़मीर है )
शिवाजी का प्रश्न(क्या सुसुप्त तुम्हारा ज़मीर है )
पं अंजू पांडेय अश्रु
बस एक ख्याल यूँ ही..
बस एक ख्याल यूँ ही..
हिमांशु Kulshrestha
सकारात्मक पुष्टि
सकारात्मक पुष्टि
पूर्वार्थ
Loading...