कोरोना पहचान
कुण्डलिया छंद
01
सुनो वायरस अब नया,कोरोना हे जान ।
फैल गया संसार में,ड़रता हर इंसान।
ड़रता हर इंसान, ट्रंप अब करे नमस्ते।
नहीं मिलाओं हाथ, उपदेश सबको करते।
कह सुमित्र कविराज ,भारतीय रिबाज चुनो।
हिन्दू संस्कृति सनातन,वैज्ञानिक है सुनो।
02
मानव मानव से ड़रा,मेलजोल सब बंद।
कोरोना से ड़र लगा,बनता गर्दन फंद।
बनता गर्दन फंद, कफज सीने भर जाता।
श्वांस कष्ट जब होय, ज्वर ताप भी आता।
कह सुमित्र कविराज,सुनो रोग अभी है नव।
लक्षण देख तुरंत,औषधालय जा मानव।।
राजेश कुमार कौरव सुमित्र