*”कोरोना की लहर”*
कोरोना की लहर
कोरोना की लहर अब डराने लगी है।
पास आने नही देती दूरी बनाने दूर से ही बात करने को कह रही है।
कोई अपना रिश्तेदार हो या कितना भी करीबी दोस्त ,
सामाजिक सुरक्षा व्यवस्था के साथ सामाजिक दूरी बनाना जरूरी है।
जब भी बाहर जरूरी काम से निकलो तो मास्क लगाना बिल्कुल जरूरी है।
कहीं बाहर से आकर सेनिटाइज कर साबुन से हाथ पैर धोना जरूरी है।
कुछ देर अनुलोम विलोम कर शुद्ध सांस लेना जरूरी है।
कपूर लौंग अजवायन की पुड़िया बना अपने पर्स में रखना जरूरी है।
इधर उधर की फिजूल की बातों को सुन अनसुना करना जरूरी है।
खाली दिमाग शैतान का कुछ न कुछ काम में व्यस्त रहना जरूरी है।
योग साधना करते हुए सुबह कुछ पौष्टिक आहार लेना जरूरी है।
भूखे पेट न रहना जूस ,फल हरी सब्जियां खाना जरूरी है।
विटामिन सी आंवला नींबू ,विटामिन डी सुबह कुनकुनी धूप लेना भी जरूरी है।
समय पर खाना पीना आराम करना भी बेहद जरूरी है।
आधात्मिक चिंतन किताबें पढ़ना अच्छी बातों का सुमिरन करना जरूरी है।
साकारात्मक सोच विचारों के साथ कुछ देर संगीत सुनना गुनगुनाना भी जरूरी है।
प्रकृति के साथ कुछ पल बैठ कर उनसे बातें करना निहारना जरूरी है।
मोबाइल फोन पर अपने घर परिवार दोस्तों का हालचाल पूछना उनका मनोबल बढाना भी जरूरी है।
ये दुनियाभर की शान शौकत पैसा धन दौलत सभी यहीं रह जाना है दूसरों की भलाई निःस्वार्थ सेवा भावना जरूरी है।
बच्चों की अंतर्मन परिभाषा उनकी व्यथा को समझना भी बेहद जरूरी है।
बड़े बुजुर्गों की उचित देखभाल खुद स्वयं की देखरेख में रहना जरूरी है।
सुबह शाम ईश्वर को लाख लाख धन्यवाद करना भी जरूरी है।
जो हो रहा है और जो होने वाला है ,और आगे चलकर भविष्य में घटेगा, उसे सिर्फ ईश्वर जानता है सब कुछ उस ईश्वर के हाथ में सौंप दो और निरन्तर हर पल हर क्षण उस ईश्वर नाम जप मंत्र सुमिरन बहुत ही जरूरी है
आर्थिक स्थिति शारीरिक स्थिति कितनी भी खराब हो अगर जीवन में स्वस्थ रहने के लिए मानसिक तनाव दूर कर मन की स्थिति को देखना ज्यादा जरूरी है।
मन को समझाना बेहद जरूरी है
शशिकला व्यास✍️
जय श्री राधेय जय श्री कृष्णा ???