कोरोना का असर
पहले कहते थे घर से बाहर जाकर खेलो
अब कहते हैं बाहर मत जाओ घर में खेलो
पहले कंप्यूटर और मोबाइल बिगाड़ने के थे साधन
आज यही सब जरूरत हो गए पढ़ाई के बने साधन
पहले छुट्टी के दिन घर में रहना अच्छा न था लगता
अब घर में ही रहते हैं हम भी बाहर जाने में डर है लगता
दोस्तों की महफिलें भी आज वीरान हो गई
हमारे मोहल्ले की तो गली भी सुनसान हो गई
पिज़्ज़ा बर्गर बीते जमाने की सौगात हो गई
जलेबी कचोरी समोसा की सिर्फ बात रह गयी
मास्क पहनना दो गज की दूरी और हाथो को धोना
अब तो यही सब जिंदगी की पहचान हो गई
वीर कुमार जैन
03 जुलाई, 2021