कोयल नहीं जानती कि वह कोयल है
कोयल नहीं जानती कि
वह कोयल है
वह मिसरी की डली सी
मीठी है
शहद सी उसकी वाणी
वह सुंदर है या कुरूप
वह कूकती है तो
मंत्रमुग्ध हो जाता है यह
समा
वह कैसे कूकती है
अपने गले से इतना मीठा
सुर कैसे फूंकती है
उससे कोई सवाल मत
करना
उसे न यह सवाल
समझ आयेंगे
न ही वह उनके जवाब
दे पायेगी
अधिकतर सवाल सच में
बड़े बेतुके होते हैं
किसी ने कभी कोई जवाब दे भी दिया
गर तो कोई उत्तर सही है या
गलत
इसे जो प्रश्न कर रहा है
वह जान भी कैसे
पायेगा।
मीनल
सुपुत्री श्री प्रमोद कुमार
इंडियन डाईकास्टिंग इंडस्ट्रीज
सासनी गेट, आगरा रोड
अलीगढ़ (उ.प्र.) – 202001