कोई अपना सा सपना
यह भी मेरा अपना
वह भी मेरा अपना
क्या दिन में भी
खुली आंखों से मैं
देखती हूं
सच होता कोई अपना सा
सपना
कोई अपना हो या न
हो पर
सोचो तो यह ख्याल
बहुत अच्छा है
बहुत प्यारा है
खुद को भी प्यार
करता
दुलारता
सपनों में सही,
ख्यालों में सही पर
अपनों का साथ बहुत
सच्चा है।
मीनल
सुपुत्री श्री प्रमोद कुमार
इंडियन डाईकास्टिंग इंडस्ट्रीज
सासनी गेट, आगरा रोड
अलीगढ़ (उ.प्र.) – 202001