Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
20 Aug 2022 · 1 min read

कैसी ख्वाईश अब

जमाने को देख लिआ इतने करीब से
कि अब कोई गुंजाइश बाकी नहीं रही
मतलब तक ही सीमित रहता है हर कोई
इनके संग जीने की अब कोई बात ही नहीं रही !!

रोक नहीं सकता है कभी कोई भावनाओं को
यह तो धारा की भांति बह जाया करती हैं
समेट कर ले जाती हैं यादों को सब की
अब किसी से प्यार वाली बात ही नहीं रही !!

आंसुओं का सैलाब कुछ पल जिन्दा रहता है
लोगों से अब वो प्यार वाली बात ही नहीं रही
जमाना इस कदर मतलबी हो गया है “अजीत”
अब तो किसी से मेरी कोई तकरार ही नहीं रही !!

अजीत कुमार तलवार
मेरठ

Language: Hindi
3 Likes · 225 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from गायक - लेखक अजीत कुमार तलवार
View all
You may also like:
■ छठ महापर्व...।।
■ छठ महापर्व...।।
*Author प्रणय प्रभात*
सूर्यदेव
सूर्यदेव
Umesh उमेश शुक्ल Shukla
कहानी-
कहानी- "खरीदी हुई औरत।" प्रतिभा सुमन शर्मा
Pratibhasharma
జయ శ్రీ రామ...
జయ శ్రీ రామ...
डॉ गुंडाल विजय कुमार 'विजय'
एक अलग ही खुशी थी
एक अलग ही खुशी थी
Ankita Patel
यूनिवर्सिटी के गलियारे
यूनिवर्सिटी के गलियारे
Surinder blackpen
दुम
दुम
Rajesh
ख़ाक हुए अरमान सभी,
ख़ाक हुए अरमान सभी,
Arvind trivedi
कैसे हमसे प्यार करोगे
कैसे हमसे प्यार करोगे
KAVI BHOLE PRASAD NEMA CHANCHAL
बेटी को जन्मदिन की बधाई
बेटी को जन्मदिन की बधाई
लक्ष्मी सिंह
ग्वालियर की बात
ग्वालियर की बात
पूर्वार्थ
नहीं मतलब अब तुमसे, नहीं बात तुमसे करना
नहीं मतलब अब तुमसे, नहीं बात तुमसे करना
gurudeenverma198
आपसी बैर मिटा रहे हैं क्या ?
आपसी बैर मिटा रहे हैं क्या ?
Buddha Prakash
स्वयं का न उपहास करो तुम , स्वाभिमान की राह वरो तुम
स्वयं का न उपहास करो तुम , स्वाभिमान की राह वरो तुम
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
"राखी"
Dr. Kishan tandon kranti
जीवन दर्शन मेरी नज़र से. .
जीवन दर्शन मेरी नज़र से. .
Satya Prakash Sharma
*महान आध्यात्मिक विभूति मौलाना यूसुफ इस्लाही से दो मुलाकातें*
*महान आध्यात्मिक विभूति मौलाना यूसुफ इस्लाही से दो मुलाकातें*
Ravi Prakash
अंतिम सत्य
अंतिम सत्य
विजय कुमार अग्रवाल
रमेशराज की 11 तेवरियाँ
रमेशराज की 11 तेवरियाँ
कवि रमेशराज
मकानों में रख लिया
मकानों में रख लिया
abhishek rajak
🍂🍂🍂🍂*अपना गुरुकुल*🍂🍂🍂🍂
🍂🍂🍂🍂*अपना गुरुकुल*🍂🍂🍂🍂
Dr. Vaishali Verma
छाऊ मे सभी को खड़ा होना है
छाऊ मे सभी को खड़ा होना है
शेखर सिंह
जमाने की अगर कह दूँ, जमाना रूठ जाएगा ।
जमाने की अगर कह दूँ, जमाना रूठ जाएगा ।
Ashok deep
2468.पूर्णिका
2468.पूर्णिका
Dr.Khedu Bharti
माह सितंबर
माह सितंबर
Harish Chandra Pande
एहसास
एहसास
Shutisha Rajput
यक्ष प्रश्न
यक्ष प्रश्न
Mamta Singh Devaa
STAY SINGLE
STAY SINGLE
Saransh Singh 'Priyam'
तू ज़रा धीरे आना
तू ज़रा धीरे आना
मनोज कुमार
मन की गांठ
मन की गांठ
Sangeeta Beniwal
Loading...