कृष्ण हूँ मैं
डॉ अरुण कुमार शास्त्री
एक अबोध बालक
प्रेम का प्रतीक
आल्हाद का मुरीद
न्याय के प्रति बद्ध
करुणा से भरा
अन्याय के खिलाफ
क्रूरता का संघारक
दुष्टता का घातक
कृष्ण नाम का धारक
माखन चोर
महारास करता घनघोर
प्रेम से पुकारता
मन में हूँ धारता
रुक्मणी का पति
राधा है जिनकी सखी
गोवर्धन गिरि धारी
द्वारका धीश ,
प्रेम का प्रतीक
आल्हाद का मुरीद
न्याय के प्रति बद्ध
करुणा से भरा
अन्याय के खिलाफ
क्रूरता का संघारक
दुष्टता का घातक
कृष्ण नाम का धारक