Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
26 Sep 2023 · 1 min read

कुछ शब्द ही तो थे…

विषय- कुछ शब्द ही तो थे…
विद्या -कविता

कुछ शब्द ही तो है
जो जीना सिखा रहे हैं
शब्द शब्द से मिलकर
एक कविता बना रहे हैं
तेरे मेरे एहसासों को
फिर से जीना सिखा रहे हैं।

कुछ शब्द ही तो है….

कितना फर्क पड़ गया थे और है में
उसने कहा शब्द है नहीं थे ?
जो अब और भी उलझ गए हैं
इन शब्दों की परिभाषा में
तुमने तो हंस कर कह दिया
क्यों द्वंद मचाते हो
है और था के बीच में।

कुछ शब्द ही तो थे…

दोनों शब्दों का क्या कभी
पुनर्मिलन हो सकता है
अगर हां तो ठीक है
अगर नहीं तो फिर शुरू
खत्म यह बात करो
है को छोड़ो था की बात करो
कुछ शब्द ही तो थे।

हरमिंदर कौर
अमरोहा (यूपी)
मौलिक रचना

1 Like · 131 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.

You may also like these posts

तुम्हारे जैसे थे तो हम भी प्यारे लगते थे
तुम्हारे जैसे थे तो हम भी प्यारे लगते थे
Keshav kishor Kumar
झरोखे की ओट से
झरोखे की ओट से
अमित कुमार
अच्छा होता यदि मान लेते __
अच्छा होता यदि मान लेते __
Rajesh vyas
अब तो आई शरण तिहारी
अब तो आई शरण तिहारी
Dr. Upasana Pandey
काश जज्बात को लिखने का हुनर किसी को आता।
काश जज्बात को लिखने का हुनर किसी को आता।
Ashwini sharma
दोहे
दोहे
गुमनाम 'बाबा'
तेरी याद आती है
तेरी याद आती है
Akash Yadav
मनोव्यथा
मनोव्यथा
मनोज कर्ण
2764. *पूर्णिका*
2764. *पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
सुन्दरता
सुन्दरता
लक्ष्मी सिंह
विजेता सूची- “फितरत” – काव्य प्रतियोगिता
विजेता सूची- “फितरत” – काव्य प्रतियोगिता
Sahityapedia
🇮🇳मेरा देश भारत🇮🇳
🇮🇳मेरा देश भारत🇮🇳
Dr. Vaishali Verma
"कोढ़े की रोटी"
Dr. Kishan tandon kranti
चारू कात देख दुनियां कें,सोचि रहल छी ठाड़ भेल !
चारू कात देख दुनियां कें,सोचि रहल छी ठाड़ भेल !
DrLakshman Jha Parimal
आज कल रिश्ते भी प्राइवेट जॉब जैसे हो गये है अच्छा ऑफर मिलते
आज कल रिश्ते भी प्राइवेट जॉब जैसे हो गये है अच्छा ऑफर मिलते
Rituraj shivem verma
ॐ
सोलंकी प्रशांत (An Explorer Of Life)
Dear me
Dear me
पूर्वार्थ
मेरे अपने
मेरे अपने
Rambali Mishra
चांद सितारे टांके हमने देश की तस्वीर में।
चांद सितारे टांके हमने देश की तस्वीर में।
सत्य कुमार प्रेमी
सखि आया वसंत
सखि आया वसंत
ओमप्रकाश भारती *ओम्*
दुल्हन एक रात की
दुल्हन एक रात की
Neeraj Agarwal
शरद
शरद
Tarkeshwari 'sudhi'
चुनाव नजदीक आ रहे हैं तैसे तैसे
चुनाव नजदीक आ रहे हैं तैसे तैसे
Harinarayan Tanha
चेहरा
चेहरा
Sumangal Singh Sikarwar
जीवन पर
जीवन पर
Dr fauzia Naseem shad
ये दुनिया
ये दुनिया
इंजी. संजय श्रीवास्तव
उम्मीद की आँखों से अगर देख रहे हो,
उम्मीद की आँखों से अगर देख रहे हो,
Shweta Soni
जीवन का प्रथम प्रेम
जीवन का प्रथम प्रेम
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
संवेदना ही सौन्दर्य है
संवेदना ही सौन्दर्य है
Ritu Asooja
*मनकहताआगेचल*
*मनकहताआगेचल*
Dr. Priya Gupta
Loading...