Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
22 Sep 2024 · 1 min read

कुंडलिया

कुंडलिया

मुझसे ऊँचा क्यों भला, उसका हो प्रासाद ।
यही सोचकर रात -दिन, सदा बढ़े अवसाद ।
सदा बढ़े अवसाद , समझ ना कुछ भी आता ।
मन में लेकर आग , डाह की जलता जाता ।
इसी आग में जीव , सदा रह -रह कर झुलसे ।
है विनाश की राह, जलन जो पूछो मुझसे ।

सुशील सरना/22-9-24

16 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
राहें  आसान  नहीं  है।
राहें आसान नहीं है।
रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.)
बुंदेली दोहे- ततइया (बर्र)
बुंदेली दोहे- ततइया (बर्र)
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
जवानी में तो तुमने भी गजब ढाया होगा
जवानी में तो तुमने भी गजब ढाया होगा
Ram Krishan Rastogi
दुनिया वाले कहते अब दीवाने हैं..!!
दुनिया वाले कहते अब दीवाने हैं..!!
पंकज परिंदा
कट्टर ईमानदार हूं
कट्टर ईमानदार हूं
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
मै बेरोजगारी पर सवार हु
मै बेरोजगारी पर सवार हु
भरत कुमार सोलंकी
इंसान इंसानियत को निगल गया है
इंसान इंसानियत को निगल गया है
Bhupendra Rawat
"एकान्त"
Dr. Kishan tandon kranti
आप, मैं और एक कप चाय।
आप, मैं और एक कप चाय।
Urmil Suman(श्री)
क्षणभंगुर गुलाब से लगाव
क्षणभंगुर गुलाब से लगाव
AMRESH KUMAR VERMA
आत्मा नित्य अखंड है, जहाँ नहीं कुछ भेद।
आत्मा नित्य अखंड है, जहाँ नहीं कुछ भेद।
Dr. Sunita Singh
पापा आपकी बहुत याद आती है
पापा आपकी बहुत याद आती है
Kuldeep mishra (KD)
दूर देदो पास मत दो
दूर देदो पास मत दो
Ajad Mandori
*यहाँ जो दिख रहा है वह, सभी श्रंगार दो दिन का (मुक्तक)*
*यहाँ जो दिख रहा है वह, सभी श्रंगार दो दिन का (मुक्तक)*
Ravi Prakash
✍🏻 ■ रसमय दोहे...
✍🏻 ■ रसमय दोहे...
*प्रणय प्रभात*
आगाज़
आगाज़
Vivek saswat Shukla
जग में वो ही सच में, सच्चा गुरु कहलाता है
जग में वो ही सच में, सच्चा गुरु कहलाता है
gurudeenverma198
GOOD EVENING....…
GOOD EVENING....…
Neeraj Agarwal
दोहावली
दोहावली
आर.एस. 'प्रीतम'
सरस्वती वंदना
सरस्वती वंदना
Sushil Pandey
दुआएँ मिल जाये यही काफी है,
दुआएँ मिल जाये यही काफी है,
पूर्वार्थ
वो ख़ुद हीे शराब-ए-अंगूर सी महक रही है ,
वो ख़ुद हीे शराब-ए-अंगूर सी महक रही है ,
Shreedhar
बोल दे जो बोलना है
बोल दे जो बोलना है
Monika Arora
Dr Arun Kumar shastri
Dr Arun Kumar shastri
DR ARUN KUMAR SHASTRI
3871.💐 *पूर्णिका* 💐
3871.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
लोगों को सत्य कहना अच्छा लगता है
लोगों को सत्य कहना अच्छा लगता है
Sonam Puneet Dubey
सावन का ,
सावन का ,
Rajesh vyas
संघर्षों की
संघर्षों की
Vaishaligoel
आशुतोष शंकर अविनाशी, तुम पर जग बलिहारी
आशुतोष शंकर अविनाशी, तुम पर जग बलिहारी
Dr Archana Gupta
मुझमें गांव मौजूद है
मुझमें गांव मौजूद है
अरशद रसूल बदायूंनी
Loading...