Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
22 Sep 2024 · 1 min read

कुंडलिया

कुंडलिया

मुझसे ऊँचा क्यों भला, उसका हो प्रासाद ।
यही सोचकर रात -दिन, सदा बढ़े अवसाद ।
सदा बढ़े अवसाद , समझ ना कुछ भी आता ।
मन में लेकर आग , डाह की जलता जाता ।
इसी आग में जीव , सदा रह -रह कर झुलसे ।
है विनाश की राह, जलन जो पूछो मुझसे ।

सुशील सरना/22-9-24

39 Views

You may also like these posts

भगवान जगन्नाथ रथ यात्रा
भगवान जगन्नाथ रथ यात्रा
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
तेरे होने का जिसमें किस्सा है
तेरे होने का जिसमें किस्सा है
shri rahi Kabeer
साथ दीन्हौ सगतीयां, हरदम भेळी आप।
साथ दीन्हौ सगतीयां, हरदम भेळी आप।
जितेन्द्र गहलोत धुम्बड़िया
ये कमाल हिन्दोस्ताँ का है
ये कमाल हिन्दोस्ताँ का है
अरशद रसूल बदायूंनी
- हम दोनो अनजान बन गए एक दूसरे की जान -
- हम दोनो अनजान बन गए एक दूसरे की जान -
bharat gehlot
मुझे भी अब उनकी फ़िक्र रहती है,
मुझे भी अब उनकी फ़िक्र रहती है,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
रजस्वला
रजस्वला
के. के. राजीव
तेरी याद
तेरी याद
SURYA PRAKASH SHARMA
मन की डायरी
मन की डायरी
Surinder blackpen
मरने पर भी दुष्ट व्यक्ति अपयश ही पाते
मरने पर भी दुष्ट व्यक्ति अपयश ही पाते
अवध किशोर 'अवधू'
** मैं **
** मैं **
Koमल कुmari
धीरे-धीरे ढह गए,
धीरे-धीरे ढह गए,
sushil sarna
बहन आती सदा रहना
बहन आती सदा रहना
indu parashar
"बदसूरत सच"
Dr. Kishan tandon kranti
रिश्ते और तहज़ीब
रिश्ते और तहज़ीब
पूर्वार्थ
कविता
कविता
Nmita Sharma
शिवा कहे,
शिवा कहे, "शिव" की वाणी, जन, दुनिया थर्राए।
SPK Sachin Lodhi
दूरियां
दूरियां
Manisha Bhardwaj
4489.*पूर्णिका*
4489.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
नींद आज नाराज हो गई,
नींद आज नाराज हो गई,
Vindhya Prakash Mishra
अल्फाज़
अल्फाज़
हिमांशु Kulshrestha
#आज_का_संदेश
#आज_का_संदेश
*प्रणय*
स्नेह - प्यार की होली
स्नेह - प्यार की होली
Raju Gajbhiye
जब वो मिलेगा मुझसे
जब वो मिलेगा मुझसे
Vivek saswat Shukla
शिक्षा
शिक्षा
Neeraj Agarwal
हर ख़ुशी तुम पे वार जायेंगे।
हर ख़ुशी तुम पे वार जायेंगे।
Dr fauzia Naseem shad
आया सखी बसंत...!
आया सखी बसंत...!
Neelam Sharma
लोकतंत्र की आड़ में तानाशाही ?
लोकतंत्र की आड़ में तानाशाही ?
Shyam Sundar Subramanian
*बादल और किसान *
*बादल और किसान *
Priyank Upadhyay
कोई तो डगर मिले।
कोई तो डगर मिले।
Taj Mohammad
Loading...