Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
5 Aug 2017 · 2 min read

किस्सा / सांग – # चापसिंह – सोमवती # अनुक्रमांक – 29 # & टेक – सभी राग चालकै गा दूंगी राजा के दरबार मै, गाणे और बजाणे आली नाचूं सरे बजार मै।

किस्सा / सांग – # चापसिंह – सोमवती # अनुक्रमांक – 29 #

वार्ता:-
सज्जनो! फिर नट कलाकार इन्कार कर देता है। और कहता है कि तुम हमारे साथ नहीं जा सकती हो क्यूकी तुम न तो गा सकती हो और न ही बजा सकती हो तथा न ही नाच सकती हो तो फिर उसकी बात सुनके सोमवती कहती है कि मै सब कुछ कर सकती हूँ तुम मुझे एक बार अपने साथ ले चलो और फिर सोमवती उन छः रागए 30 रागनीए साज तथा नाचने और गाने का वर्णन कैसे करती है।

जवाब:- सोमवती का। रागणी:- 29

सभी राग चालकै गा दूंगी राजा के दरबार मै,
गाणे और बजाणे आली नाचूं सरे बजार मै।। टेक।।

मालकोष, हिण्डोला, भैरू, श्रीराग, दीपक मल्हार
छः हूं राग याद मेरै गन्र्धफ की नीति चार,
सात सुरां मै नीति पामा धा नि षा और गंधार,
भैरवी बैरारी सिंधू माधवी बंगालिया,
तोड़ी टोडी गोरी, खम्भावती गुण कालिया,
राम कली ललित, पट्मंजरी, देश थालियां,
नैट कैनरा और बिलावल गाऊ देश किदार मै||

धन्नाश्री, मालवी, असांवरी, बसंत माल,
देरा कालि, कुंभ पहाड़ी, कश्मीरी का बुझै हाल,
भोपाली, मल्हारी तिलंका, गुजरी बतावै ताल,
हेमचंद कल्याण यमन, श्यामकला श्याम की,
मोहनी, सोहनी, चांदनी, अमीर सौरट नाम की,
जोगिमा, विभास शंकरा, शिवरंजनी शिवधाम की,
भीम प्लासी पंचम पिंगला, लुटी प्रितम प्यार मै।।

रणसिंहा, वायलिन, तमूरा, बिगूल और गिटार,
सारंगी हरमूनियम, शहनाई विणा सीतार,
इकतारा, दूतारा, बीण, बासंली मै सुर की मार,
तबला और नगाड़ा, ढोलक, पखावज और मृदंग,
डमरू ढप, खड़ताल, ताशा और मंजीरा चंग,
शंक तुर्री, घड़रावल, बजावण का जाणु ढंग,
पत्थर का पानी पिंघल के मिलकै गाऊं साज के तार मै।।

तीस किस्म के नाच बताएं झांक झावरा झुमरझूम,
सोहन कपूरी, गिधा भंगड़ा, डांडिया, भरतनाटूम,
जाणू लय सूरताल दादरा, ठुमरी ठप्पा ढुमर धूम,
सुंदर शान मधुर बाणी, अवस्था किशोर की,
शरीफ की शराफत, नजर पिछाणू मै चोर की,
राजेराम लुहारी आला पतंग बिना डोर की,
बावला जमाना होज्या, नांचूगी जिब कर सोला सिगांर मै।।

Language: Hindi
396 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
जो ले जाये उस पार दिल में ऐसी तमन्ना न रख
जो ले जाये उस पार दिल में ऐसी तमन्ना न रख
भवानी सिंह धानका 'भूधर'
कार्ल मार्क्स
कार्ल मार्क्स
Shekhar Chandra Mitra
" ब्रह्माण्ड की चेतना "
Dr Meenu Poonia
3018.*पूर्णिका*
3018.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
झुर्रियों तक इश्क़
झुर्रियों तक इश्क़
Surinder blackpen
"Battling Inner Demons"
Manisha Manjari
आसां  है  चाहना  पाना मुमकिन नहीं !
आसां है चाहना पाना मुमकिन नहीं !
Sushmita Singh
असफलता
असफलता
Neeraj Agarwal
संघर्ष
संघर्ष
Shyam Sundar Subramanian
आबाद सर ज़मीं ये, आबाद ही रहेगी ।
आबाद सर ज़मीं ये, आबाद ही रहेगी ।
Neelam Sharma
कुटिल  (कुंडलिया)
कुटिल (कुंडलिया)
Ravi Prakash
गिलहरी
गिलहरी
Satish Srijan
ज़िंदा हूं
ज़िंदा हूं
Sanjay ' शून्य'
i always ask myself to be worthy of things, of the things th
i always ask myself to be worthy of things, of the things th
पूर्वार्थ
💐अज्ञात के प्रति-10💐
💐अज्ञात के प्रति-10💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
छात्रों का विरोध स्वर
छात्रों का विरोध स्वर
Rj Anand Prajapati
गुमशुदा लोग
गुमशुदा लोग
Dinesh Yadav (दिनेश यादव)
धर्म अर्थ कम मोक्ष
धर्म अर्थ कम मोक्ष
Dr.Pratibha Prakash
जो भक्त महादेव का,
जो भक्त महादेव का,
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
■ अक़्सर...
■ अक़्सर...
*Author प्रणय प्रभात*
अंबेडकरवादी विचारधारा की संवाहक हैं श्याम निर्मोही जी की कविताएं - रेत पर कश्तियां (काव्य संग्रह)
अंबेडकरवादी विचारधारा की संवाहक हैं श्याम निर्मोही जी की कविताएं - रेत पर कश्तियां (काव्य संग्रह)
आर एस आघात
किसी को अपने संघर्ष की दास्तान नहीं
किसी को अपने संघर्ष की दास्तान नहीं
Jay Dewangan
मजदूर की बरसात
मजदूर की बरसात
goutam shaw
//एक सवाल//
//एक सवाल//
निरंजन कुमार तिलक 'अंकुर'
जो गिर गिर कर उठ जाते है, जो मुश्किल से न घबराते है,
जो गिर गिर कर उठ जाते है, जो मुश्किल से न घबराते है,
अनूप अम्बर
ऋतु सुषमा बसंत
ऋतु सुषमा बसंत
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
"बोली-दिल से होली"
Dr. Kishan tandon kranti
कौन कहता है आक्रोश को अभद्रता का हथियार चाहिए ? हम तो मौन रह
कौन कहता है आक्रोश को अभद्रता का हथियार चाहिए ? हम तो मौन रह
DrLakshman Jha Parimal
जब जब तेरा मजाक बनाया जाएगा।
जब जब तेरा मजाक बनाया जाएगा।
Yogi Yogendra Sharma : Motivational Speaker
जब साँसों का देह से,
जब साँसों का देह से,
sushil sarna
Loading...