किताब
किताब
कुण्डलिया
लागल नीक किताब बा ,जब -जब हमरा हाथ
तब-तब लागल हृदय में,भइल गुनी से साथ
भइल गुनी से साथ,जवन हमके सुधिअवलसि
रहनी भटकल राह ,राह हमके बतलवलसि
ईर्षा,द्वेष,अशांति,साथ तजिके सब भागल
अंधकार मे ज्योति,कितबिया हमरा लागल
अवध किशोर’अवधू’
मोबाइल नंबर9918854285
दि.-25-11-2024