किताबें ही किताबें
यहां-वहां
इधर-उधर!
क़िताबें ही क़िताबें
जहां आएं नज़र!!
क्या कभी सच
बन पाएगा
मेरे सपनों का
वह घर!!
Shekhar Chandra Mitra
#Library #पुस्तकालय
यहां-वहां
इधर-उधर!
क़िताबें ही क़िताबें
जहां आएं नज़र!!
क्या कभी सच
बन पाएगा
मेरे सपनों का
वह घर!!
Shekhar Chandra Mitra
#Library #पुस्तकालय