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8 Jul 2022 · 1 min read

कितनी बार लड़ हम गए

कितनी बार लड़ हम गए, हो गए लड़कर भी एक हम।
यही है सच में सच्चा प्यार, ना कभी हो यह प्यार कम।।
कितनी बार लड़ हम गए ———————-।।

हम अगर हो कभी दूर भी, भूले नहीं हम अपना मिलन।
एक दूसरे को खत हम लिखे, कभी बेखबर रहे नहीं हम।।
कितनी बार लड़ हम गए——————।।

तुम्हारा दर्द मेरा दर्द है, तुम्हारी खुशी है मेरी खुशी।
मजबूरी समझे एक दूसरे की, एक दूसरे पर हो रहम।।
कितनी बार लड़ हम गए—————-।।

कुछ भी कहे यह दुनिया वाले, देखकर यह प्यार अपना।
हमको नहीं हो शक हम पर, ना हो विश्वास अपना कम।।
कितनी बार लड़ हम गए—————-।।

नहीं चाहिए तुम्हारी दौलत, साथ सदा चाहिए तुम्हारा।
हाथ कभी यह नहीं छूटे, तोड़े नहीं यह रिश्ता हम।।
कितनी बार लड़ हम गए—————–।।

शिक्षक एवं साहित्यकार –
गुरुदीन वर्मा उर्फ जी.आज़ाद
तहसील एवं जिला- बारां(राजस्थान)
मोबाईल नम्बर- 9571070847

Language: Hindi
Tag: गीत
1 Like · 1 Comment · 198 Views
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