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11 Jul 2021 · 1 min read

कामना अब तऽ

खुशी से हर घड़ी होखत रहो, जी सामना अब तऽ।
कि आइल जिंदगी में गम जुदाई, बा मना अब तऽ।
मुहब्बत में कटे हर पल, कबो आवे न गम आंँसू-
रहीं खुशहाल जिनगी भर, इहे बा कामना अब तऽ।

#सन्तोष_कुमार_विश्वकर्मा_सूर्य’

Language: Bhojpuri
330 Views
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