काठ की हांडी
काठ की हांडी
तेरे वोटों से
जीतकर चुनाव
वो पहुँच गया
संसद में
अब वो पूरी तरह
भूल गया तुझे
वोटार्थ फिर आएगा
कहना उसे
काठ की हांडी
बार-बार नहीं चढ़ती
-विनोद सिल्ला©
काठ की हांडी
तेरे वोटों से
जीतकर चुनाव
वो पहुँच गया
संसद में
अब वो पूरी तरह
भूल गया तुझे
वोटार्थ फिर आएगा
कहना उसे
काठ की हांडी
बार-बार नहीं चढ़ती
-विनोद सिल्ला©