क़ब्र से बाहर निकलअ
तहके मुबारक
क़ब्र तहार
भाड़ में जाओ
सब्र तहार…
(१)
बाट जोहते में
ढ़ल जाई
देख लीहअ तू
उम्र तहार…
(२)
जइसन भईल
पुरखिन के
ओइसने होई
हश्र तहार…
(३)
कवनो ओर के
ना छोड़ी
झूठ-मूठ के
फख्र तहार…
(४)
समय रहते
उपचार बिना
बढते जाई
दर्द तहार…
(५)
हम दूर हो
जाएब बाकिर
लागल रही
फ़िक्र तहार…
#Geetkar
Shekhar Chandra Mitra
#इंतजार #प्रतीक्षा #भोजपुरी #कवि
#गीतकार #प्रेमी #यौवन #प्रेमिका
#प्रेम #समय #कालचक्र #वक्त #रुप
#bhojpuri #love #औरत #लड़की