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12 Feb 2023 · 1 min read

कह दो ना उस मौत से अपने घर चली जाये,

कह दो ना उस मौत से अपने घर चली जाये,
ख्वाहिशों का परिंदा अभी और उड़ना चाहता है।
साँसें है की दामन छुडाये जा रही हैं,
मन गलियों में अभी और भटकना चाहता है।
-सरितासृजना

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