*कश्मीर हमारा है (मुक्तक)*
कश्मीर हमारा है (मुक्तक)
व्यर्थ नहीं बलिदान मुखर्जी का कश्मीर हमारा है
झेलम के पानी की अब बहती केसरिया धारा है
जितना चाहे रोओ पाकिस्तान विश्व में जाकर
काश्मीर से मतलब कोई हरगिज नहीं तुम्हारा है
रचयिता रवि प्रकाश
बाजार सर्राफा
रामपुर उत्तर प्रदेश
मोबाइल 99976 15451