कश्तियाँ …
कश्तियाँ …
हौसला करते न वो ग़र होती खबर तूफ़ान की l
पंखों से कह देते न करना चाहतें आसमान की l
पथरीले बहुत हैं ज़िंदगी की हकीकत के रास्ते –
तोड़ देते हैं समंदर सभी कश्तियाँ अरमान की l
सुशील सरना
कश्तियाँ …
हौसला करते न वो ग़र होती खबर तूफ़ान की l
पंखों से कह देते न करना चाहतें आसमान की l
पथरीले बहुत हैं ज़िंदगी की हकीकत के रास्ते –
तोड़ देते हैं समंदर सभी कश्तियाँ अरमान की l
सुशील सरना