कविता
???चन्द्रशेखर आजाद???
भारत के बहादुर शेर थे वो,
आजादी के थे मतवाले वो।
गांधी जी के असहयोग आंदोलन से जुड़,
हुए गिरफ्तार आंदोलन में वो,
आए जज के समक्ष तो,
नाम पिता का स्वतन्त्र, बताया,
अपना नाम “आजाद,,
जेल को अपना निवास, बताया
जब भी हुआ कोड़े से वार
पुकार लगाई” वन्देमातरम, बार-बार
वीर महा बलिदानी वो
आजादी के पथ में थे वो,
दुश्मनों के होश उड़ाए जो
मैदान ए जंग के शेर थे वो
भारत माता का सच्चा वीर था वो
देश की आजादी के खातिर
कोड़े का प्रहार सहा
धन्य-धन्य है तुमको
जो बने एक मिसाल
जिनके नाम की देश में,
दिव्य है मशाल
काकोरी षड़यंत्र में हिस्सा लिया
लहू बहाया मातृभूमि के लिए
वीरता की मिसाल हे बने
इतिहास में अमर हो गए
लिख गए स्वर्णिम अक्षर में नाम
चन्द्र शेखर.आजाद,
प्राणों की दे आहुति
खुद को गोली मारकर
मातृभूमि के लिए, हो गए अमर
जब तक सूरज चांद होगा,
चन्द्रशेखर आपका नाम होगा ।।
वन्देमातरम्
जय हिन्द-जय भारत
स्वरचित
सुषमा सिंह “उर्मि,,