Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
30 Jan 2022 · 1 min read

कविता

???चन्द्रशेखर आजाद???
भारत के बहादुर शेर थे वो,
आजादी के थे मतवाले वो।
गांधी जी के असहयोग आंदोलन से जुड़,
हुए गिरफ्तार आंदोलन में वो,
आए जज के समक्ष तो,
नाम पिता का स्वतन्त्र, बताया,
अपना नाम “आजाद,,
जेल को अपना निवास, बताया
जब भी हुआ कोड़े से वार
पुकार लगाई” वन्देमातरम, बार-बार
वीर महा बलिदानी वो
आजादी के पथ में थे वो,
दुश्मनों के होश उड़ाए जो
मैदान ए जंग के शेर थे वो

भारत माता का सच्चा वीर था वो
देश की आजादी के खातिर
कोड़े का प्रहार सहा
धन्य-धन्य है तुमको
जो बने एक मिसाल
जिनके नाम की देश में,
दिव्य है मशाल
काकोरी षड़यंत्र में हिस्सा लिया
लहू बहाया मातृभूमि के लिए
वीरता की मिसाल हे बने
इतिहास में अमर हो गए
लिख गए स्वर्णिम अक्षर में नाम
चन्द्र शेखर.आजाद,
प्राणों की दे आहुति
खुद को गोली मारकर
मातृभूमि के लिए, हो गए अमर
जब तक सूरज चांद होगा,
चन्द्रशेखर आपका नाम होगा ।।
वन्देमातरम्
जय हिन्द-जय भारत

स्वरचित
सुषमा सिंह “उर्मि,,

Language: Hindi
404 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Sushma Singh
View all
You may also like:
4477.*पूर्णिका*
4477.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
*गाता मन हर पल रहे, तीर्थ अयोध्या धाम (कुंडलिया)*
*गाता मन हर पल रहे, तीर्थ अयोध्या धाम (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
"ढंग से मरने के लिए"
Dr. Kishan tandon kranti
संवेदना प्रकृति का आधार
संवेदना प्रकृति का आधार
Ritu Asooja
इस दुनिया में कोई भी मजबूर नहीं होता बस अपने आदतों से बाज़ आ
इस दुनिया में कोई भी मजबूर नहीं होता बस अपने आदतों से बाज़ आ
Rj Anand Prajapati
इंसानियत
इंसानियत
ओमप्रकाश भारती *ओम्*
सच तो फूल होते हैं।
सच तो फूल होते हैं।
Neeraj Agarwal
मेरा भारत देश
मेरा भारत देश
Shriyansh Gupta
प्रेम किसी दूसरे शख्स से...
प्रेम किसी दूसरे शख्स से...
ब्रजनंदन कुमार 'विमल'
मुक्तक
मुक्तक
sushil sarna
छुआ  है  जब  से मैंने उम्र की ढलान को,
छुआ है जब से मैंने उम्र की ढलान को,
Dr fauzia Naseem shad
सत्य की खोज
सत्य की खोज
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
बुलन्दियों को पाने की ख्वाहिश तो बहुत थी लेकिन कुछ अपनो को औ
बुलन्दियों को पाने की ख्वाहिश तो बहुत थी लेकिन कुछ अपनो को औ
jogendar Singh
Dekho Bander bantta
Dekho Bander bantta
विनोद सिल्ला
प्रकृति का गुलदस्ता
प्रकृति का गुलदस्ता
Madhu Shah
💖🌹💖🌹💖🌹💖🌹💖🌹💖🌹💖
💖🌹💖🌹💖🌹💖🌹💖🌹💖🌹💖
Neelofar Khan
ग़ज़ल
ग़ज़ल
ईश्वर दयाल गोस्वामी
God O God
God O God
VINOD CHAUHAN
नया मोड़
नया मोड़
Shashi Mahajan
एक इत्तफाक ही तो था
एक इत्तफाक ही तो था
हिमांशु Kulshrestha
विधाता है हमारे ये हमें जीना सिखाते हैं
विधाता है हमारे ये हमें जीना सिखाते हैं
Dr Archana Gupta
*** तस्वीर....!!! ***
*** तस्वीर....!!! ***
VEDANTA PATEL
मैं हर रोज़ देखता हूं इक खूबसूरत सा सफ़र,
मैं हर रोज़ देखता हूं इक खूबसूरत सा सफ़र,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
ज़िन्दगी एक उड़ान है ।
ज़िन्दगी एक उड़ान है ।
Phool gufran
वेदना में,हर्ष  में
वेदना में,हर्ष में
Shweta Soni
शेर
शेर
*प्रणय*
जहर    ना   इतना  घोलिए
जहर ना इतना घोलिए
Paras Nath Jha
मन हमेशा एक यात्रा में रहा
मन हमेशा एक यात्रा में रहा
Rituraj shivem verma
सतयुग में राक्षक होते ते दूसरे लोक में होते थे और उनका नाम ब
सतयुग में राक्षक होते ते दूसरे लोक में होते थे और उनका नाम ब
पूर्वार्थ
बावन यही हैं वर्ण हमारे
बावन यही हैं वर्ण हमारे
Jatashankar Prajapati
Loading...