Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
29 May 2022 · 1 min read

कल कह सकता है वह ऐसा

क्योंकि आज जिस प्रकार तुम हंस रहे हो,
उसकी शराफत और ईमानदारी पर,
उसकी शर्म, हकीकत और मजबूरी पर,
ठहाके लगाकर जोर से मजलिस में।

आज जिस प्रकार से वह मांग रहा है,
तुमसे सम्मान और प्राथमिकता,
समझा रहा है जिस प्रकार तुमको,
अपनी लिखी रचना की हकीकत।

जिस वह बता रहा है राज तुमको,
किसी से किसी की नफरत- प्रेम का,
और बता रहा है कड़वा सच तुमको,
जिंदगी के रिश्ते- नाते ,रास्तों- सपनों का।

मगर तुम कर रहे हो उसका अपमान,
उसकी राह और मंजिल को देखकर,
तुम बता रहे हो उसकी कहानी को,
नकली और लूटपाट की साजिश।

क्योंकि समय बड़ा बलवान होता है,
कल उसको भी मिल सकती है,
सच में उसकी मंजिल सपनों की,
कल वह भी बन सकता है सितारा।

उसकी प्रसिद्धि देखकर कल को,
तुम बताकर उसको अपना दोस्त,
मिलना चाहे उससे हाथ मिलाकर,
और वह मना कर दे तुमसे मिलना,
निकाल दो इनको बाहर तुरंत,
धक्का देकर मेरे दरवाजे से,
कह सकता है कल वह ऐसा।

शिक्षक एवं साहित्यकार-
गुरुदीन वर्मा उर्फ जी.आज़ाद
तहसील एवं जिला- बारां(राजस्थान)
मोबाईल नम्बर- 9571070847

Language: Hindi
247 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
2870.*पूर्णिका*
2870.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
Aksar rishte wahi tikte hai
Aksar rishte wahi tikte hai
Sakshi Tripathi
💐अज्ञात के प्रति-25💐
💐अज्ञात के प्रति-25💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
কুয়াশার কাছে শিখেছি
কুয়াশার কাছে শিখেছি
Sakhawat Jisan
दोदोस्ती,प्यार और धोखा का संबंध
दोदोस्ती,प्यार और धोखा का संबंध
रुपेश कुमार
With Grit in your mind
With Grit in your mind
Dhriti Mishra
दुश्मन कहां है?
दुश्मन कहां है?
डॉ विजय कुमार कन्नौजे
यूँ मोम सा हौसला लेकर तुम क्या जंग जित जाओगे?
यूँ मोम सा हौसला लेकर तुम क्या जंग जित जाओगे?
'अशांत' शेखर
*बल गीत (वादल )*
*बल गीत (वादल )*
Rituraj shivem verma
तुम किसी झील का मीठा पानी..(✍️kailash singh)
तुम किसी झील का मीठा पानी..(✍️kailash singh)
Kailash singh
कुंडलिया छंद
कुंडलिया छंद
डाॅ. बिपिन पाण्डेय
खुद को कभी न बदले
खुद को कभी न बदले
Dr fauzia Naseem shad
रिश्ते , प्रेम , दोस्ती , लगाव ये दो तरफ़ा हों ऐसा कोई नियम
रिश्ते , प्रेम , दोस्ती , लगाव ये दो तरफ़ा हों ऐसा कोई नियम
Seema Verma
मैं नहीं, तू ख़ुश रहीं !
मैं नहीं, तू ख़ुश रहीं !
The_dk_poetry
🙅समझ जाइए🙅
🙅समझ जाइए🙅
*Author प्रणय प्रभात*
उम्मीद ....
उम्मीद ....
sushil sarna
*फल (बाल कविता)*
*फल (बाल कविता)*
Ravi Prakash
खेत रोता है
खेत रोता है
डॉ०छोटेलाल सिंह 'मनमीत'
बंदूक की गोली से,
बंदूक की गोली से,
नेताम आर सी
वतन के लिए
वतन के लिए
नूरफातिमा खातून नूरी
Don't lose a guy that asks for nothing but loyalty, honesty,
Don't lose a guy that asks for nothing but loyalty, honesty,
पूर्वार्थ
वृक्षों का रोपण करें, रहे धरा संपन्न।
वृक्षों का रोपण करें, रहे धरा संपन्न।
डॉ.सीमा अग्रवाल
बिल्ली की लक्ष्मण रेखा
बिल्ली की लक्ष्मण रेखा
Paras Nath Jha
मां कालरात्रि
मां कालरात्रि
Mukesh Kumar Sonkar
दिल  धड़कने लगा जब तुम्हारे लिए।
दिल धड़कने लगा जब तुम्हारे लिए।
सत्येन्द्र पटेल ‘प्रखर’
गुमाँ हैं हमको हम बंदर से इंसाँ बन चुके हैं पर
गुमाँ हैं हमको हम बंदर से इंसाँ बन चुके हैं पर
Johnny Ahmed 'क़ैस'
राह तक रहे हैं नयना
राह तक रहे हैं नयना
Ashwani Kumar Jaiswal
"अगर"
Dr. Kishan tandon kranti
अजब गजब
अजब गजब
Akash Yadav
शेरू
शेरू
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
Loading...