कृष्ण का संदेश है यह
कर्म से मुंह मोड़ लेना ,
ये गलत आदत पड़ी है ।
बताओ किस देवता की ,
इबादत इससे बड़ी है ।।
कृष्ण का संदेश है यह ,
तुलसी का उपदेश है ।
राम का आदर्श जीवन ,
कर्ममय अविशेष है ।।
विमुखता कर्तव्य पथ से ,
व्यर्थ में जुड़ती कड़ी है ।
बताओ किस देवता की ,
इबादत इससे बड़ी है ।।
चल रहे निज कर्म पथ ,
पर व्योम के नक्षत्र तारे ।
प्रकृति के हर दृश्य भी है ,
देख लो गतिमान सारे ।।
फिर तुम्हारी राह में आ ,
कहाँ से जड़ता खड़ी है ।
बताओ किस देवता की ,
इबादत इससे बड़ी है ।।