“ करो तुम प्यार की बातें “
डॉ लक्ष्मण झा “ परिमल “
====================
तुम्हें एक पल ना छोड़ूँगा ,
जमाना लाख कुछ कहलें !
मिले हैं आज हम -तुमसे ,
बसर हम आज तो करलें !!
करो तुम प्यार की बातें ,
जो अधूरी रह गयी थी !
करो तुम बात मुझ से ,
जुबां पर जो रह गयी थी !!
सुनूँगा रात भर तुमको ,
कोई कुछ बात ही कहलें !
मिले हैं आज हम -तुमसे ,
बसर हम आज तो करलें !!
शिकायत रहती थी तुमको ,
कभी मैं टीक नहीं पाता !
बिताते थे समय कहीं और ,
वसंत क्षण यूँ बीत जाता !!
तड़पने मैं ना दूंगा अब ,
कोई कुछ बात ही कहलें !
मिले हैं आज हम -तुमसे ,
बसर हम आज तो करलें !!
किसी की हम सुने क्यों ,
कोई ना समझ पाया कभी !
हमारे प्यार की गहराईयों ,
का ना अंदाज लगाया सभी !!
अभी क्या प्रेम है अपना ,
लोग सब अनुमान करलें !
मिले हैं आज हम -तुमसे ,
बसर हम आज तो करलें !!
====================
डॉ लक्ष्मण झा “ परिमल “
साउन्ड हेल्थ क्लिनिक
एस 0 पी 0 कॉलेज रोड
दुमका
झारखंड
भारत
23.02.2022.