करते बर्बादी दिखे , भोजन की हर रोज (कुंडलिया)
करते बर्बादी दिखे , भोजन की हर रोज (कुंडलिया)
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करते बर्बादी दिखे , भोजन की हर रोज
किसने कितना प्लेट में ,छोड़ा करिए खोज
छोड़ा करिए खोज , फेंकते आधा खाना
दृश्य आजकल आम , दीखता है रोजाना
कहते रवि कविराय, प्लेट में दुगना धरते
भोजन का अपमान , देखिए कितने करते
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रचयिता :रवि प्रकाश
बाजार सर्राफा ,रामपुर (उत्तर प्रदेश)
मोबाइल 99 9761 5451