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7 Mar 2023 · 1 min read

करतूतें किस को बतलाएं

करतूतें किस को बतलाएं
लोकतंत्र वाले गण की?
दिन में राम चंद्र के नारे,
रात में हरक़त रावण की।।

■ प्रणय प्रभात ■

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