Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
24 Jun 2020 · 2 min read

कभी हम पर भी !

कभी हम पर भी थी चढ़ी आशिकी, खूब जवानी आयी थी।
एक खास मोहिनी सूरत वाली, हमको भी कभी भायी थी।।

नुक्कड़ वाला चाय का टपड़ा, जहाँ अड्डा अपना भारी था,
उसके घर का धोबी और दूधिया, से भी निभाना यारी था।
मगर हाय रे उस वक़्त, नहीं था व्हाट्सएप और ये मैसेंजर,
बस मिलती थी खबर हमें उनकी, लगा के गली का चक्कर।।

कल गलियारे के मुहाने पर ही, मिला जो उसका छोटा भाई,
बतलाया कि पिछले ही महीने तो, दीदी की हुई विदाई थी।
कभी हम पर भी थी चढ़ी आशिकी, खूब जवानी आयी थी,
एक खास मोहिनी सूरत वाली, मुझको भी कभी भायी थी।।

उनको देखने के चक्कर में, घण्टों खुद को टहलाया करते थे,
गाहे बगाहे कर कर के बहाने, हम मन को बहलाया करते थे।
चलते फिरते टाइम क्लॉक टॉवर, बन वक़्त गवाया करते थे,
उनके आने जाने, खाने सोने, तक कि लिस्ट बनाया करते थे।।

मन ही मन कर कर के आराधना, जोगी का सा वेष बना कर,
दिल में प्रेम का सजा के मंदिर, मूरत उसमे उसकी बसायी थी।
कभी हम पर भी थी ये चढ़ी आशिकी, खूब जवानी आयी थी,
वो एक खास मोहिनी सूरत वाली, मुझको भी कभी भायी थी।।

है खुशकिस्मत आज की पीढ़ी, इन्हें देख के मन पछताता मेरा,
अपने काल मे भगवन भिजवाते, मोबाईल तो क्या जाता तेरा।
अब मन में उदासी तन से बैरागी, अंखियन में ये अश्रु धार लिए,
है उसे ढूढ़ती बेचैन निगाहें, की कैसे जीवन का मुझें सार मिले।।

सोचा नाम पता दे इस्तेहार, अख़बार से उसको अभी ढूंढ़वा लूँ,
पर हिम्मत न कर पाया कारण, अब तो मेरी भी एक लुगाई थी।
हाँ कभी हम पर भी थी चढ़ी आशिकी, खूब जवानी आयी थी,
एक खास मोहिनी सूरत वाली, मुझको भी तो बहुत भायी थी।।
©® पांडेय चिदानंद “चिद्रूप”
(सर्वाधिकार सुरक्षित १९/०६/२०२०)

Language: Hindi
3 Likes · 2 Comments · 489 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
Mai pahado ki darak se bahti hu,
Mai pahado ki darak se bahti hu,
Sakshi Tripathi
स्त्री यानी
स्त्री यानी
पूर्वार्थ
3114.*पूर्णिका*
3114.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
■ कौटिश नमन् : गुरु चरण में...!
■ कौटिश नमन् : गुरु चरण में...!
*Author प्रणय प्रभात*
बाजारवाद
बाजारवाद
Punam Pande
रंग अनेक है पर गुलाबी रंग मुझे बहुत भाता
रंग अनेक है पर गुलाबी रंग मुझे बहुत भाता
Seema gupta,Alwar
'कोंच नगर' जिला-जालौन,उ प्र, भारतवर्ष की नामोत्पत्ति और प्रसिद्ध घटनाएं।
'कोंच नगर' जिला-जालौन,उ प्र, भारतवर्ष की नामोत्पत्ति और प्रसिद्ध घटनाएं।
Pt. Brajesh Kumar Nayak
मै भी हूं तन्हा,तुम भी हो तन्हा
मै भी हूं तन्हा,तुम भी हो तन्हा
Ram Krishan Rastogi
पूजा
पूजा
ओमप्रकाश भारती *ओम्*
Dr Arun Kumar shastri
Dr Arun Kumar shastri
DR ARUN KUMAR SHASTRI
दोहे- शक्ति
दोहे- शक्ति
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
हर पल ये जिंदगी भी कोई ख़ास नहीं होती।
हर पल ये जिंदगी भी कोई ख़ास नहीं होती।
Phool gufran
जपू नित राधा - राधा नाम
जपू नित राधा - राधा नाम
Basant Bhagawan Roy
परख: जिस चेहरे पर मुस्कान है, सच्चा वही इंसान है!
परख: जिस चेहरे पर मुस्कान है, सच्चा वही इंसान है!
Rohit Gupta
***कृष्णा ***
***कृष्णा ***
Kavita Chouhan
वो तुम्हारी पसंद को अपना मानता है और
वो तुम्हारी पसंद को अपना मानता है और
Rekha khichi
'एक कप चाय' की कीमत
'एक कप चाय' की कीमत
Karishma Shah
कहने से हो जाता विकास, हाल यह अब नहीं होता
कहने से हो जाता विकास, हाल यह अब नहीं होता
gurudeenverma198
हंसगति
हंसगति
डॉ.सीमा अग्रवाल
* मिल बढ़ो आगे *
* मिल बढ़ो आगे *
surenderpal vaidya
शासन हो तो ऐसा
शासन हो तो ऐसा
जय लगन कुमार हैप्पी
ज़िंदगी इम्तिहान
ज़िंदगी इम्तिहान
Dr fauzia Naseem shad
दुख भोगने वाला तो कल सुखी हो जायेगा पर दुख देने वाला निश्चित
दुख भोगने वाला तो कल सुखी हो जायेगा पर दुख देने वाला निश्चित
dks.lhp
खाओ भल्ला या बड़ा ,होता दही कमाल(कुंडलिया)
खाओ भल्ला या बड़ा ,होता दही कमाल(कुंडलिया)
Ravi Prakash
उम्मीद ....
उम्मीद ....
sushil sarna
"लकीरों के रंग"
Dr. Kishan tandon kranti
परिपक्वता
परिपक्वता
लक्ष्मी वर्मा प्रतीक्षा
गुरु असीम ज्ञानों का दाता 🌷🙏
गुरु असीम ज्ञानों का दाता 🌷🙏
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
मां तेरा कर्ज ये तेरा बेटा कैसे चुकाएगा।
मां तेरा कर्ज ये तेरा बेटा कैसे चुकाएगा।
Rj Anand Prajapati
ओ माँ... पतित-पावनी....
ओ माँ... पतित-पावनी....
Santosh Soni
Loading...