कब बोला था / मुसाफ़िर बैठा
शंख बजाने को कब बोला था
पटाखा फोड़ने को कब बोला था
जय श्रीराम बोलने को कब बोला था
9 टू 9 के आगे पीछे भी
हुकुम बजाने को कब बोला था
आगे पीछे पूँछ लगाकर समय बढ़ाकर
हुकुम तोड़कर, बेसी
हुकुम निभाने को कब बोला था
बोला था उतना ही करना था
अंधभक्त पकिया बनना था
भक्ति में भी दिमाग़ लगाकर
यह सब एक्स्ट्रा भक्ताना कर
आफत मोल लेने का करतब
करने को कब बोला था।