Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
9 Sep 2023 · 1 min read

..कदम आगे बढ़ाने की कोशिश करता हू…*

….कदम आगे बढ़ाने की कोशिश करता हू…
ऐ खुदा,
खुद को बदलने की कोशिश करता हू,
मंजिल के रास्तो के पास जाकर ,
छुने की हर पल कोशिश करता हूँ।
ठोकरो से हार मान कर ,
कदम आगे बढाता हू ,
तो मैं खुदको खाई मे पाता हू।।
जिंदगी को जिने की कोशिश करता हू, अपनो के पास रहने की कोशिश करता
हू ,
जिंदगी मे फासलो को भुलाकर,
प्यार की गंगा बहाने की कोशिश करता हूं ,
कदम आगे बढाता हू
जिंदगी को कफन में लपटे देखता हु…
नयी उम्मीद दिल मे जगाने की कोशिश
करता हू ,
नयी दुनिया सजाने की कोशिश करता हूं,
अपनो का हाथ सर पर रखने की कोशिश करता हू
जब हमेशा भी कदम आगे बढ़ाता हू .
मैं हमेशा चमन को काटो मे चलते देखा .
दिल की आग बुझाने की करता हू बिल का कर्ज चुकाने की कोशिश करता हूँ
पलको के आँसू पोछने की कोशिश करता हूँ
हमेशा कदम आगे बढ़ाता हू
अपनो को तोड़ता हू
सपनो के संग जिने की कोशिश करता हू
नदी मे जाकर दिल को साफ करने कोशिश करता हू
सबको माफ करने की कोशिश करता हूँ
में कदम आगे बढ़ाता हू खुद को हमेशा बिखरता हुआ पाता
जान की मुस्कुराहट सा पल तोफा देने की कोशिश करता हू .
धडकन को हमेशा सुनने की कोशिश करतो दिल को हमेशा हाल ऐ दिल बया करने कोशिश करता हू
कदम, आगे बढ़ाता हू अफसोस और दर्द के अलावा कुछ न हासिल कर पाता हूँ ।
नौशाबा जिलानी सुरिया

1 Like · 326 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.

You may also like these posts

नाम लिख तो दिया और मिटा भी दिया
नाम लिख तो दिया और मिटा भी दिया
SHAMA PARVEEN
यादों पर एक नज्म लिखेंगें
यादों पर एक नज्म लिखेंगें
Shweta Soni
मां वह अहसास
मां वह अहसास
Seema gupta,Alwar
अंबा नाम उचार , भजूं नित भवतारीणी।
अंबा नाम उचार , भजूं नित भवतारीणी।
जितेन्द्र गहलोत धुम्बड़िया
* जिसने किए प्रयास *
* जिसने किए प्रयास *
surenderpal vaidya
*राजा रानी हुए कहानी (बाल कविता)*
*राजा रानी हुए कहानी (बाल कविता)*
Ravi Prakash
पर्यावरण से न कर खिलवाड़
पर्यावरण से न कर खिलवाड़
गायक - लेखक अजीत कुमार तलवार
आज़ाद भारत एक ऐसा जुमला है
आज़ाद भारत एक ऐसा जुमला है
SURYA PRAKASH SHARMA
मां से याचना
मां से याचना
अनिल कुमार निश्छल
प्रतिक्रांति के दौर में
प्रतिक्रांति के दौर में
Shekhar Chandra Mitra
तेरा प्यार चाहिए
तेरा प्यार चाहिए
seema sharma
“Do not be afraid of your difficulties. Do not wish you coul
“Do not be afraid of your difficulties. Do not wish you coul
पूर्वार्थ
मुझको अपनी शरण में ले लो हे मनमोहन हे गिरधारी
मुझको अपनी शरण में ले लो हे मनमोहन हे गिरधारी
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
कुण्डलिया
कुण्डलिया
अवध किशोर 'अवधू'
तमाशा
तमाशा
डॉ राजेंद्र सिंह स्वच्छंद
ग़ज़ल
ग़ज़ल
Mahendra Narayan
तुम पर क्या लिखूँ ...
तुम पर क्या लिखूँ ...
Harminder Kaur
धरोहर
धरोहर
Karuna Bhalla
प्रीतम के ख़ूबसूरत दोहे
प्रीतम के ख़ूबसूरत दोहे
आर.एस. 'प्रीतम'
4881.*पूर्णिका*
4881.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
सवाल क्यों
सवाल क्यों
RAMESH Kumar
महाभारत का युद्ध
महाभारत का युद्ध
Shashi Mahajan
एक फूल
एक फूल
अनिल "आदर्श"
दामन जिंदगी का थामे
दामन जिंदगी का थामे
Chitra Bisht
जिस्म से जान जैसे जुदा हो रही है...
जिस्म से जान जैसे जुदा हो रही है...
Sunil Suman
लिये मनुज अवतार प्रकट हुये हरि जेलों में।
लिये मनुज अवतार प्रकट हुये हरि जेलों में।
कार्तिक नितिन शर्मा
*** रेत समंदर के....!!! ***
*** रेत समंदर के....!!! ***
VEDANTA PATEL
हम मुस्कुराते हैं...
हम मुस्कुराते हैं...
हिमांशु Kulshrestha
..
..
*प्रणय*
फिर कोई मिलने आया है
फिर कोई मिलने आया है
महेश चन्द्र त्रिपाठी
Loading...