औरत की आज़ादी
परदे की वकालत करती है जो
वह क़ौम खुद अपनी कातिल है!
जिल्लत से भरी हुई जिंदगी ही
उस अभागे मुल्क का हासिल है!!
सदियों की गुलामी के बाद भी
हम अब तक नहीं समझ पाए कि
एक औरत की आजादी में ही
एक मर्द की आजादी शामिल है!!
Shekhar Chandra Mitra