ऐ हिमालय सुन मां का दर्द
एक सजग प्रहरी की शहादत पर एक दुखिया माँ का प्रश्न—-
ऐ हिमालय सुन मां का दर्द
तेरी ऊंची चोटी सा था वह सुदृढ़ विशाल।
वीर बहादुर मेरा लाल।
तू ही तो था उसकी ढाल।
तेरे बलबूते करता था वह इस देश की संभाल।
ऐ हिमालय। वीर बांकुरे की मां का एक सवाल।
कहां गया है मेरा लाल।
मुझे लौटा दो मेरा लाल
बस लौटा दो मेरा लाल।
—रंजना माथुर अजमेर (राजस्थान)
दिनांक 12/07/2017 को
(मेरी स्व रचित व मौलिक रचना)
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