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10 Sep 2023 · 1 min read

एहसास…..

जब बात एहसास की आती है
दिल में एक हूक सी उठती है
ख्याल आता है उस वक्त का
पर रात गुजर चुकी होती है ।

हमने अपने जज़्बातों को छुपाया होता
उस तस्वीर का नजारा न दिखाया होता
अपनी कलम से शब्दों को ना सजाया होता है
तो आज अपना भी मंजर कुछ और होता ।

सपनों की दुनिया का न ख्याल आया होता
खयालों में ना उसका दीदार हुआ होता
मंजिलों की तरफ आज हमारा कदम होता
अपनी बेवकूफियां का ना हमें एहसास होता।

हरमिंदर कौर
अमरोहा( यूपी )
मौलिक रचना

2 Likes · 1 Comment · 285 Views

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