एक से हम हो गए
बाँहो में तेरे मचल कर एक से हम हो गए
ख्वाब में तेरे उतरकर एक से हम हो गए
हसरतें मुझमे बहुत है बस तुझे पा लें सनम
आरजू में यूँ फिसलकर एक से हम हो गए
दर्द ही बिस्तर मेरा काँटे भरे हैं रास्ते भी
इस डगर से ही गुजर कर एक से हम हो गए
है बड़ा रिस्ता पुराना आज तक ग़म साथ है
सह गए सब देख हँसकर एक से हम हो गए
जां लुटाने आ गया तुम पर दीवाना है बड़ा
इश्क़ में कुछ दूर चल कर एक से हम हो गए
एक आवारा तू नही इश्क का ये है असर
ज़िन्दगी ये वार तुम पर एक से हम हो गए
– ‘अश्क़’